लॉकडाउन के बाद राज्य के पहली से बारहवीं तक के सरकारी स्कूल एक साथ नहीं खुलेंगे। स्कूलों को चार चरणों में खोला जाएगा। हाई और प्लस टू स्कूल जहां जुलाई में खुल सकेंगे, वहीं पहली से आठवीं की कक्षाएं अगस्त में शुरू होंगी। इसके साथ ही बड़े स्कूलों में दो शिफ्ट में पढ़ाई शुरू की जाएगी और हर कक्षा के शुरू होने और छुट्टी होने का अलग-अलग समय होगा। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग इसकी तैयारी कर रहा है। केंद्र सरकार से स्कूल खोलने की गाइडलाइन आने के बाद इसे राज्य में लागू किया जाएगा।
स्कूल में नहीं बनेगा मिड डे मील : कोरोना संक्रमण से राहत मिलने पर स्कूल खुलने के बाद भी मध्याह्न भोजन नहीं बनेगा। बच्चों को मध्याह्न भोजन का अनाज और कुकिंग कॉस्ट की राशि दी जाएगी। पहली से आठवीं के बच्चों को मिड डे मील मिलता है। पका भोजन की जगह अनाज देने के लिए केंद्र से मंजूरी ली जाएगी।
स्कूलों से लिए जाएंगे शपथ पत्र : स्कूल खोलने से पहले सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए स्कूलों से शपथ पत्र लिए जाएंगे। स्कूलों को बताना होगा कि उन्होंने पूरे स्कूल का सैनिटाइजेशन करा लिया है और उसे नियमित भी कराते रहेंगे। साथी सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर बच्चों को क्लास में बैठाएंगे। स्कूल वार ही संचालन की पूरी तैयारी की जाएगी।
अगस्त से पढ़ाई शुरू होगी : राज्य परियोजना निदेशक, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद उमाशंकर सिंह ने कहा कि हाई और प्लस टू के स्कूल जुलाई में खुल सकते हैं, जबकि प्रारंभिक स्कूलों में अगस्त से पढ़ाई शुरू हो सकेगी। स्कूल खुलने पर मिड डे मिल नहीं बनाने और उसके बदले बच्चों को अनाज देने की भी तैयारी है।
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